बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि समय आ गया है कि इस संस्था को और समावेशी बनाया जाए ताकि वो आज की दुनिया की ज़रूरतों को बेहतर तरीक़े से पूरा कर सके.
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ख़ास तौर पर ज़िक्र करते हुए कहा, “अमेरिका समेत सुरक्षा परिषद के सदस्यों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर की रक्षा करनी चाहिए और सिर्फ़ बहुत ही विषम परिस्थितियों में वीटो का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, ताकि परिषद विश्वसनीय और प्रभावी बनी रहे.”
अपने संबोधन में बाइडन ने आगे कहा, “यही वजह है कि अमेरिका सुरक्षा परिषद में स्थायी और अस्थायी, दोनों तरह के सदस्यों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करता है. इनमें वे देश भी शामिल हैं, जिनकी स्थायी सीट की मांग का हम लंबे समय से समर्थन करते आ रहे हैं और अफ़्रीका, लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देश भी शामिल हैं.”
बाइडन के इस बयान को संयुक्त राष्ट्र में सुधार की भारत की लंबे समय से चली आ रही मांग का समर्थन क़रार दिया जा रहा है.