श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे को एक खुला पत्र लिखकर कड़ी निंदा की है। उन्होंने लिखा कि यह पत्र एक मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद की तरफ से नहीं, बल्कि एक पिता का है।
शिवाजी पार्क में एक कार्यक्रम के दौरान उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम के पोते की नजर जल्द ही पार्षद के पद पर होगी। अपने बेटे पर की गई टिप्पणी पर गुरुवार को श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे को एक खुला पत्र लिखकर कड़ी निंदा की है। उन्होंने लिखा कि यह पत्र एक मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद की तरफ से नहीं, बल्कि एक पिता का है।
ठाकरे ने शिवाजी पार्क में अपने 45 मिनट के भाषण के दौरान कहा कि दादा एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री, पिता श्रीकांत शिंदे सांसद और पोता जल्द ही पार्षद के पद पर होगी। जिसपर श्रीकांत ने पत्र में कहा कि मैं सिर्फ आपसे पूछना चाहता हूं, क्या आपके भाषण में डेढ़ साल के बच्चे को घसीटना आपके उत्साही हिंदू धर्म के अनुरूप है? क्या आपको ऐसा बयान देते समय कुछ महसूस हुआ? दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे भी विरोधियों की जमकर आलोचना करते थे, लेकिन उन्होंने कभी भी वास्तव में मतलबी और गलत टिप्पणी नहीं की। कभी उन्होंने राजनीति में बच्चों को नहीं घसीटा।
उन्होंने लिखा कि, उद्धवजी, मेरे पिता राज्य के मुख्यमंत्री हैं, मैं एक सांसद हूं। लेकिन दिन के अंत में, हम मांस और खून वाले इंसान हैं और भावनाएं हैं। आपकी टिप्पणी से मेरा परिवार हैरान है। बच्चे की मां और दादी भी आपके भाषण से बहुत आहत हुईं है। साथ ही उनकी आंखों में आंसू तक आ गए। सभ्य और संवेदनशील व्यक्ति ऐसा कह सकता है? उन्होंने कहा, भविष्य में आप दादा बनेंगे और आपके बारे में कोई इस तरह टिप्पणी करें यह आपको अच्छा लगेगा।