भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी भगवान गणेश के कई प्रसिद्ध स्थान हैं। ऐसी ही एक चमत्कारी जगह है इंडोनेशिया में, जहां एक ज्वालामुखी के मुहाने पर भगवान श्री गणेश की मूर्ति स्थापित है। इस प्रतिमा को देखने के लिए यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग आते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश यहां के लोगों की रक्षा करते हैं।
इन गणेश प्रतिमाओं को 700 से अधिक वर्षों से स्थापित किया गया है: इंडोनेशिया में 141 ज्वालामुखियों में से 130 अभी भी सक्रिय हैं और उनमें से एक माउंट ब्रोमो है। यह पूर्वी जावा प्रांत में ब्रोमो टेंगर सेमेरु राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। भगवान गणेश की यह प्रतिमा इंडोनेशिया में सक्रिय ज्वालामुखी माउंट ब्रोमो के मुहाने पर स्थापित है। ऐसा माना जाता है कि यह प्रतिमा 700 से अधिक वर्षों से यहां स्थित है।
गणपति की पूजा नहीं करने से हो सकता है दुर्भाग्य: जावा की जावानी भाषा में ब्रह्मा को ब्रोमो कहा जाता है। वैसे तो ब्रोमो पर्वत पर पूरे साल गणेश जी की पूजा की जाती है, लेकिन मुख्य आयोजन जुलाई में 15 दिनों तक चलता है। पांच सौ साल से भी ज्यादा पुरानी इस परंपरा को यज्ञ कसड़ा कहा जाता है, जो कभी नहीं रुका। भले ही ज्वालामुखी हिंसक रूप से फट जाए। 2016 में ज्वालामुखी फटा था। तब भी सरकार ने पूजा के लिए केवल 15 पुजारियों को अनुमति दी थी। लेकिन हजारों लोग पहुंच चुके थे। लोगों का मानना है कि भगवान गणेश की पूजा नहीं करने से दुर्भाग्य की स्थिति बन सकती है।
चढ़ने से पहले मिलेगा ब्रह्मा मंदिर: जब भगवान गणेश की पूजा करने ज्वालामुखी पर जाते हैं, तो सबसे पहले चढ़ाई करने पर ब्रह्माजी का मंदिर होता है। इस स्थान पर जो भी मूर्तियाँ हैं, चाहे वह ज्वालामुखी की चोटी पर गणेश की मूर्ति हो या ज्वालामुखी चढ़ाई करने पर हो। ये सब यहीं के पत्थरों से बनी हैं। ज्वालामुखी फटने के बाद भी ये मूर्तियाँ आज भी मौजूद हैं।